Saturday, January 1, 2011

Eye Donation Survey

Hi
This year make a resolution that lasts not for a week, not for a month, not for a lifetime, but FOREVER. Start this decade with a good.. Help someone to see the MISSING COLOURS in their life.

A startup NGO is conducting a survey to analyze trends about EYE DONATION and ITS AWARENESS IN INDIA to come up with some innovative solution to support the cause.

All you need to do is spend 4 minutes of your precious time for filling out this survey @
 
 You can help them by:
  1. Filling out online survey @ http://tiny.cc/eyedonation
  2. Asking your friends, family member of any age group to fill this survey
  3. Posting this information to your Social Network ex. Facebook, Twitter, Orkut etc.
  4. Forwarding this email to your group.

For more details you can subscribe at http://www.eyedonation.in

REMEMBER: Your small steps can make big changes to someone’s life... spare some of your time for someone's better life...

*
*Please circulate this message which can help someone see. *  *

         "Helping hands are better than Praying Lips".

 Pass this to all you know, & whom you don't know.. together we can and, we will make a difference!

Wednesday, August 18, 2010

Hi! Vote for My Nokia Moment!

Hey,

I have been featured on My Nokia Moments,check it out now . Help me become a Nokia Legend, vote for my Nokia Moment by clicking here or just sms VOTE 39718 to 55555 from your mobile!

What's more! You can win yourself a brand new Nokia N8 or Nokia C5 mobile. All you have to do is share your Nokia Moment here !

Cheers,

Utkarsh

This email has been sent to you on behalf of Utkarsh Kulshrestha (utkarsh.kulshrestha@gmail.com)


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Friday, December 18, 2009

IT Engineer ki shayari

Jo sadiyaon se hota aaya hai, woh repeat kar doonga...
Tu naa mili to tujhko dil sey Ctrl+Alt+delete kar
doonga...
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Company kee ladkiyaan sunder hain aur lonely hain...
Problem ye hai ki bus voh READ-ONLY hain...
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Shayad mere pyar ko taste karna bhool gaye...
Dil sey aisa CUT kiya ke PASTE karna bhool gaye...
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Tumhare samne hain itney items kabhi hame bhi pick
karo...
Hamare pyar ke ICON pe kabhi to tum DOUBLE-CLICK
karo...
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Roz subha hum karte hain itne pyar se unhe good
morning...
woh humhe ghoor kar dekhte hain jaise 0 ERRORS but 5
WARNINGS...
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Ho gayi galti humse, click ho gaya mouse
Duniya ki parwaah chhodo, ban jaao meri spouse!
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Tumse mila main kal to, mere dil mein hua ek sound,
Lekin aaj tum mili to kehti ho: Your file not found!
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Ab aur kaho na tum, "but" ya "if"
Tum ho meri zindagi ki animated gif
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Aysa bhi nahin hai ke, I don't like your face
Par dil ke computer mein, nahin hai enough disk space
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Ghar se nikalti ho tum jab, pehen ke evening gown
Too many requests se, ho jaata hai server down
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Tumhaare liye pyaar ki application, create main
karoonga
Tum usse debug karna, wait main karoonga
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Tumhaara intezaar karte karte, main so gaya
Yeh dekho mera connection, time out ho gaya
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Kya chaal hai tumhaari, jaise chalti hai koi cat
What is your ICQ number, aao karein chat
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Tum jabse meri zindagi mein, aayi ho banke female
Yaad raha na ab kuch, na postman, na email

Wednesday, November 25, 2009

बारात निकली है तो दूर तक जाएगी

जिसने लाईफ में बारात अटैंड नहीं की है उसने कही बैठकर झक ही मारा है.. बारातो में झूमकर ठुमके लगाने का अपना ही एक अलग मज़ा है.. यु तो हर बारात में ही कुछ ना कुछ नया मिल जाता है... पर जो हर बारात में मिलता है वो बड़ा कमाल मिलता है.. और आप को यकीन नहीं होगा उस पर एक पोस्ट भी लिखी जा सकती है..

दुल्हे के बिना बारात कैसी.. ? घोड़े पर बैठा दूल्हा बारात का हिस्सा कभी नहीं होता वो बात अलग है कि बारात उसी की होती है.. हिसाब से उसको सबसे आगे चलना चाहिए पर वो बेचारा सबसे पीछे घोड़ी पर अपने नाते रिश्तेदारों के बच्चो को अपने पीछे बैठाये चुपचाप बर्दाश्त करता रहता है.. और लोग बाग़ भी कम नहीं है.. घोड़ी के पीछे ऐसे ऐसे मुस्टंडे बच्चे बिठा देते है.. कि घोड़ी ही बैठ जाए.. पर हाँ दूल्हा इसी बात से खुश हो जाता है कि चलो जनरेटर वाला तो उसके पीछे है..

दुल्हे के पिताजी अपने चेहरे पर मिलेजुले भाव लिए सफारी सूट पहने हाथ में काला बैग लिए मिल जाते है.. दुल्हे की माताजी अपने खराब गले और ढेर सारी जेवेलरी के साथ भीड़ में ही कही मिल जाती है.. दुल्हे की बहन अपनी हम उम्र दो चार बहनों के साथ बार बार कुछ गानों की फरमाइश करती है.. पर दुल्हे का भाई अपने दोस्तों के साथ आठवी बार "देश है वीर जवानों का.." बजवा कर नाच रहा होता है.. और आस पास कुछ बाराती नाचने की मासूम अभिलाषा लिए इसलिए खड़े होते है कि उन्हें कोई जबरदस्ती लेकर जाए और वो भी दो चार ठुमके लगा ले..

थोडी ही देर में जीजाजी आकर बनारस वाले मामाजी को बीच में ले आते है.. मन होने के बावजूद मामाजी ना ना करते हुए ही जाते है.. फिर तो फूफाजी जी और चाचा जी भी जोश में.. हर बारात में एक व्यक्ति ऐसा होता है जो नागिन वाला डांस करता है.. और दूसरा रुमाल से बीन बनाकर बीन बजाता है.. इनमे से एक पतंग भी उड़ाता है.. और एक चाचा मामा या जीजाजी में से कोई ऐसे भी होते है जो महिलाओ वाला डांस भी करते है.. ऐसा करके महिलाओ में तो उनकी इज्जत बढ़ जाती है.. पर नहीं नाचने वाले दुसरे चाचा मामा या जीजाजी में से कोई उन्हें किसी और नाम से अलंकृत कर देते है..

सड़क पर सांडो की तरह खुले आम नाचते हुए लोगो के बीच में हाथ में बीस का नोट लिए एक शख्स एंट्री लेता है.. और अपने हाथ को अधिकतम ऊंचाई पर ले जाता है.. बैंड वालो में से एक जो काफी देर से बाजा बजा रहा है.. वो बाजे में फूंक मारते मारते ही नोट लेने के लिए हाथ उठाता है.. जो भाईसाहब नोट उठाये खड़े है वो अपना हाथ और ऊपर उठाते है.. ये जानते हुए भी कि इस फ़ालतू नाटक के बाद नोट बैंड वाले के पास चला जाएगा.. सब उत्सुकतावश देखते रहते है कि बैंड वाला नोट कैसे लेता है.. ?

इतने में दुल्हे का जवान भाई सड़क को अपने बाप का माल समझ कर बैंड वालो को अगले चौराहे पर रुकने का फरमान सुनाता है.. पिछली बारात में हुई ठुकाई को याद रखते हुए बैंड वाला चौराहे पर बैंड रोककर "जिमी जिमी आजा आजा.." बजाने लग जाता है.. और बाहर जाम में फंसे लोगो को भीड़ में से कुछ उठे हुए हाथो में हलचल दिखाई देती है.. हालाँकि बारातियों में से एक भाईसाहब ऐसे भी होते है जो बारातियों को साईड में धक्के दे देकर ट्रैफिक सँभालने में लग जाते है..

पर जो सँभालने से संभल जाए वो बारात ही क्या.. ?


आत्मनिर्भर बैंडवाले के एक एक कदम अपनी मर्ज़ी से आगे बढ़ जाने की वजह से बारात भी बढती जाती है.. कुछ लोग जिनका बारात में जाना मजबूरी है पर वापस लौटने के लिए अपनी गाडी होना भी जरुरी, वो लोग हर थोडी दूर आगे अपना स्कूटर खड़ा करके वापस आते है.. ऐसे लोगो को (जो जबरदस्ती बारात में है) आप जेब में हाथ डाले हुए देख सकते है.. अमूमन ये बारात में सबसे आगे या फिर सबसे साईड में होते है..

जब बारहवी बार छोटी बहन फरमाइश करती है और भाई की शर्ट पसीने में डूब जाती है तो बहने चार्ज संभाल लेती है.. इसी टाईम पे भाभी चाची और मामी भी अपना हुनर दिखाने जाती है.. सड़क के बीचो बीच लोगो को अपनी छुपी हुई प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर मिल जाता है.. और मामी जी के नाच शुरू करते ही कुछ एलिमेंट्स मामाजी को ढूँढने लग जाते है.. मामाजी को ये एलिमेंट्स तब खीच कर ले आते है जब वे मामीजी का डांस बड़े चाव से देखते हुए अपने जीजाजी पर नज़र रखे होते है..

मामाजी के आते ही मामीजी का एक्साईटमेन्ट डबल हो जाता है.. वो और तेज़ डांस करती है.. जीजाजी पर नज़र रखे हुए मामाजी, दोनों हाथ उठाकर नाचने लग जाते है.. पास खड़े नानाजी यानि उनके ससुर जी अपने खानदान के चश्मो चिराग और इकलौती बहु के नाच की मन ही मन तारीफ़ करके आगे कट लेते है..

इतने में पास से एक और बारात निकलती है.. अब देखिये साहब..! दोनों बारातो में ब्रूसली की आत्मा घुस जाती है.. जोर जोर से नाचने लग जाते है.. बैंड वालो को भी जोश जाता है.. बाजे वाला बाजा फूंक फूंक के अपनी जान देने पर ऐसे उतारू हो जाता है जैसे ऊपर समस्त देवता गण हाथो में फूल लिए उस पर बरसाने को तैयार खड़ेहो..

इसी बीच कई ऐसे लोग जो बाकियों पर रौब जमाना चाहते है.. बार बार आकर पैसे लुटाते रहते है.. पैसो के चक्कर में बैंड वाले लाईट वालो के तारो में उलझकर गिर पड़ते है.. दुल्हे को छोड़ घोड़ी वाला भी अपना हिस्सा लेने जाता है.. ढोल वाले और लाईट वाले तो खैर उलझते ही है..

ये जानते हुए भी कि अगर इन हरामखोरो को पता चल गया कि हम धीरे धीरे आगे बढ़ रहे है तो टाँगे टूट जायेगी, बैंड वाले जान जोखिम में डालके आगे बढ़ते रहते है.. क्योंकि इस बारात को ठिकाने लगाने के बाद उन्हें एक और को निपटाना होता है.. वैसे ये अकेले नहीं होते इनका साथ देने में ताऊजी फूफाजी टाइप लोग होते है जो बार बार थोडा आगे थोडा आगे कहकर बारात बढ़ाते रहते है..

बारात बढती रहती है.. नोट हवाओ में उठते रहते है. .ठुमके लगते रहते है.. फोटोस खींचती रहती है.. दूल्हा पकता रहता है.. और बारात आगे बढती रहती है..

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खैर ये तो हुआ हमारा देखना.. कुछ छूट गया हो तो आप भी बता दीजिये..